RLWL, GLWL और RAC: इनमें से कौन-सा रेलवे टिकट कंफर्म होने के लिए सुरक्षित है?

1. परिचय

भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी प्रणालियों में से एक है, जो हर दिन लाखों लोगों को देश भर में यात्रा करने में मदद करती है। टिकट बुक करना आसान है, लेकिन टिकट की स्थिति (status) को समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। यह जानना जरूरी है कि आपका टिकट कन्फर्म है, वेटलिस्ट पर है, या कुछ और, ताकि आप अपनी यात्रा की योजना अच्छे से बना सकें।

Train ticket Booking

कई लोग RLWL, GLWL और RAC जैसे शब्दों से भ्रमित हो जाते हैं। ये स्टेटस तय करते हैं कि आपको कन्फर्म सीट मिलेगी या आपको इंतजार करना पड़ेगा। इस लेख का लक्ष्य है इन स्टेटस को सरल शब्दों में समझाना और बताना कि कौन सा स्टेटस कन्फर्मेशन के लिए सबसे सुरक्षित है।

2. RLWL (रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट) क्या है?

RLWL का मतलब: RLWL का अर्थ है रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट। यह उन टिकटों के लिए वेटलिस्ट है जो छोटे या बीच के स्टेशनों से बुक किए जाते हैं, जहां सीटों का एक विशेष कोटा होता है।

यह कहां लागू होता है: RLWL उन स्टेशनों पर लागू होता है जो ट्रेन का शुरुआती या मुख्य स्टेशन नहीं हैं। भारतीय रेलवे इन छोटे स्टेशनों के लिए कुछ सीटें आरक्षित रखता है ताकि वहां के यात्री भी ट्रेन में चढ़ सकें।

कन्फर्मेशन की संभावना: RLWL टिकटों के कन्फर्म होने की संभावना कम होती है क्योंकि इन स्टेशनों का कोटा छोटा होता है, और शुरुआती स्टेशन के यात्रियों को प्राथमिकता दी जाती है। अगर बहुत सारे लोग अपने टिकट रद्द करते हैं, तो आपका टिकट कन्फर्म हो सकता है, लेकिन यह निश्चित नहीं है।

उदाहरण: मान लीजिए आप कोलकाता से शुरू होने वाली ट्रेन में कानपुर से दिल्ली के लिए टिकट बुक करते हैं। कानपुर एक बीच का स्टेशन है, इसलिए आपका टिकट RLWL हो सकता है। अगर RLWL नंबर ज्यादा है (जैसे RLWL 50), तो कन्फर्मेशन मुश्किल है, जब तक कि बहुत सारे लोग अपने टिकट रद्द न करें।

नोट: RLWL टिकटों की कन्फर्मेशन संभावना छोटे स्टेशनों के कोटे और रद्दीकरण पर निर्भर करती है।

3. GLWL (जनरल वेटिंग लिस्ट) क्या है?

GLWL का मतलब: GLWL का अर्थ है जनरल वेटिंग लिस्ट। यह ट्रेन के सामान्य कोटे के लिए वेटलिस्ट है, जो उन यात्रियों के लिए है जो ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से अंतिम स्टेशन या प्रमुख स्टेशनों तक यात्रा करते हैं।

यह कहां लागू होता है: GLWL तब लागू होता है जब सामान्य कोटा (ट्रेन की मुख्य सीटें) भर जाता है। यह कोटा उन यात्रियों के लिए है जो ट्रेन के शुरुआती से अंतिम स्टेशन या बड़े स्टेशनों के लिए बुकिंग करते हैं। GLWL अब कम दिखता है क्योंकि भारतीय रेलवे ने इसे ज्यादातर बंद कर दिया है, लेकिन कुछ मामलों में यह अभी भी दिख सकता है।

कन्फर्मेशन की संभावना: GLWL टिकटों के कन्फर्म होने की संभावना बहुत कम होती है, खासकर अगर वेटलिस्ट नंबर ज्यादा है (जैसे WL 100)। यह सामान्य कोटे में रद्दीकरण पर निर्भर करता है, जो लोकप्रिय ट्रेनों में कम होता है।

उदाहरण: अगर आप मुंबई से दिल्ली के लिए टिकट बुक करते हैं, और सामान्य कोटा भर चुका है, तो आपका टिकट GLWL हो सकता है। अगर यह GLWL 80 है, तो कन्फर्म होने की संभावना कम है, जब तक कि बहुत सारे लोग अपने टिकट रद्द न करें।

नोट: GLWL अब कम प्रचलित है, लेकिन इसका कन्फर्मेशन जोखिम भरा है।

4. RAC (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) क्या है?

RAC का मतलब: RAC का अर्थ है रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन। इसका मतलब है कि आपको यात्रा के लिए सीट तो मिलेगी, लेकिन पूरी बर्थ (सोने की जगह) नहीं मिलेगी। आपको दूसरे यात्री के साथ बर्थ साझा करनी पड़ सकती है।

ट्रेन में चढ़ना: RAC टिकट के साथ आप कानूनी रूप से ट्रेन में चढ़ सकते हैं और यात्रा कर सकते हैं। आपको एक सीट दी जाएगी, आमतौर पर साइड बर्थ, जिसे आप दूसरे यात्री के साथ साझा करते हैं।

पूरी बर्थ में अपग्रेड: अगर कुछ यात्री अपने कन्फर्म टिकट रद्द करते हैं, तो RAC टिकट अक्सर पूरी बर्थ में अपग्रेड हो जाता है। इसीलिए RAC वेटलिस्ट टिकटों से ज्यादा सुरक्षित है।

उदाहरण: अगर आप चेन्नई से बेंगलुरु के लिए टिकट बुक करते हैं और आपको RAC 10 मिलता है, तो आप ट्रेन में चढ़ सकते हैं और साझा बर्थ पर बैठ सकते हैं। अगर 10 यात्री अपने टिकट रद्द करते हैं, तो आपका RAC टिकट पूरी बर्थ में बदल सकता है।

नोट: RAC टिकट यात्रा की गारंटी देता है और अक्सर कन्फर्म बर्थ में बदल जाता है।

5. तुलना: RLWL Vs GLWL Vs RAC

स्थिति अर्थ कहां लागू होता है कन्फर्मेशन की संभावना क्या आप ट्रेन में चढ़ सकते हैं?
RLWL रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट छोटे या बीच के स्टेशन कम, रिमोट कोटे में रद्दीकरण पर निर्भर नहीं, जब तक कन्फर्म न हो
GLWL जनरल वेटिंग लिस्ट सामान्य कोटा (शुरुआत से अंत तक) बहुत कम, खासकर अगर वेटलिस्ट ज्यादा है नहीं, जब तक कन्फर्म न हो
RAC रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन सामान्य कोटा, लेकिन बर्थ की गारंटी नहीं ज्यादा, अक्सर पूरी बर्थ में अपग्रेड होता है हां, सीट के साथ

6. कन्फर्मेशन के लिए कौन सा टिकट सबसे सुरक्षित है?

RAC सबसे सुरक्षित है: RLWL, GLWL और RAC में से RAC कन्फर्म टिकट पाने का सबसे अच्छा विकल्प है। RAC के साथ आपको यात्रा के लिए सीट मिलती है, और रद्दीकरण होने पर पूरी बर्थ मिलने की अच्छी संभावना रहती है। लोकप्रिय रूट्स पर RAC टिकट अक्सर ट्रेन छूटने से पहले कन्फर्म हो जाते हैं।

RLWL और GLWL: RLWL और GLWL की कन्फर्मेशन संभावना कम होती है क्योंकि ये रद्दीकरण पर निर्भर करते हैं। RLWL की संभावना GLWL से थोड़ी बेहतर हो सकती है अगर आप कम व्यस्त स्टेशन से चढ़ रहे हैं, लेकिन दोनों जोखिम भरे हैं अगर वेटलिस्ट नंबर ज्यादा है (जैसे RLWL 50 या GLWL 100)। कन्फर्मेशन ट्रेन के रूट, मांग और सीजन (जैसे छुट्टियों के समय) पर भी निर्भर करता है।

शुरुआती स्टेशन से बुकिंग: अगर आप ट्रेन के शुरुआती स्टेशन (जैसे दिल्ली से शुरू होने वाली ट्रेन के लिए दिल्ली) से टिकट बुक करते हैं, तो कन्फर्म टिकट या RAC मिलने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि सामान्य कोटा बड़ा होता है।

टिप: IRCTC, ConfirmTkt, या RailYatri जैसे ऐप्स का उपयोग करें। ये ऐप्स पिछले रुझानों के आधार पर कन्फर्मेशन की संभावना (जैसे RAC 5 के लिए 90% या RLWL 20 के लिए 30%) दिखाते हैं।

7. टिकट कन्फर्मेशन की संभावना बढ़ाने के टिप्स

1. शुरुआती स्टेशन से बुक करें: ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से बुकिंग करने पर कन्फर्मेशन की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि सामान्य कोटा बड़ा होता है। उदाहरण के लिए, हावड़ा-दिल्ली ट्रेन के लिए हावड़ा से बुकिंग बेहतर है बनिस्पत पटना जैसे बीच के स्टेशन से।

2. RAC चुनें: अगर कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा, तो RLWL या GLWL की जगह RAC चुनें। RAC आपको ट्रेन में चढ़ने की अनुमति देता है और अक्सर पूरी बर्थ में अपग्रेड होता है।

3. वैकल्पिक क्लास आजमाएं: अगर 3AC में वेटलिस्ट है, तो स्लीपर या 2AC जैसे अन्य क्लास देखें। स्लीपर क्लास में अक्सर ज्यादा सीटें होती हैं और कन्फर्मेशन की संभावना बेहतर होती है।

4. जल्दी बुक करें या तत्काल चुनें: टिकट बुकिंग शुरू होते ही (120 दिन पहले) बुक करें या तत्काल (1 दिन पहले) का उपयोग करें। तत्काल टिकटों का अलग कोटा होता है और कन्फर्मेशन की संभावना ज्यादा होती है, हालांकि ये महंगे होते हैं।

5. IRCTC की “वैकल्पिक ट्रेनें” सुविधा: IRCTC पर “Alternative Trains” फीचर का उपयोग करें। यह आपको उसी रूट की अन्य ट्रेनें दिखाता है जिनमें कन्फर्म टिकट उपलब्ध हो सकते हैं।

नोट: जल्दी बुकिंग और RAC टिकट चुनना कन्फर्मेशन की संभावना को काफी बढ़ा सकता है।

8. निष्कर्ष

RLWL, GLWL और RAC को समझने से भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग आसान हो जाती है। RLWL छोटे स्टेशनों के लिए है और कन्फर्मेशन की संभावना कम है, GLWL सामान्य कोटे के लिए है लेकिन अब कम दिखता है और जोखिम भरा है, और RAC सबसे सुरक्षित है क्योंकि यह सीट की गारंटी देता है और अक्सर पूरी बर्थ में अपग्रेड होता है। अगर कन्फर्म टिकट उपलब्ध नहीं है, तो RAC सबसे अच्छा विकल्प है। IRCTC, ConfirmTkt, या RailYatri जैसे ऐप्स से कन्फर्मेशन की संभावना जांचें, और शुरुआती स्टेशन से बुकिंग करें। नियमित रूप से टिकट की स्थिति जांचें और तत्काल या अलग क्लास जैसे विकल्पों का उपयोग करें। RAC चुनकर और इन टिप्स का पालन करके आप आत्मविश्वास के साथ यात्रा कर सकते हैं!

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